Parenting Tips For Teenage Children
बच्चे Teenage में पहोच जाते हे तब बच्चे Back Answering और Anger बहोत ज्यादा करते हे| तो ऐसे Situation को कैसे Tackle करे| इस बात का Solution में आज के इस Blog में देने जा रहा हु| जब बच्चे धीरे धीरे बड़े होते हे, साथो साथ उनको लेकर हमारे जो Problem हम Face करते हे वो भी धीरे धीरे बड़े होते हे| जब बच्चा Teenage के आसपास और Teenage में पहोचता हे तो ज्यादातर बच्चो की अंदर Total जो 4 Problem दिखाई देते हे| वो आप लोगो के साथ Share करना चाहता हु|
4 Problem’s Of Teenage
1) Argument :- जैसे जैसे आपका बच्चा बड़ा होता जाता हे| वैसे वैसे सायद बच्चो की हमारे साथ
थोड़ी Argument तू तू में में बठती जाती हे|
2) Arrogance :- बच्चे पहले हमारी बात सुन लिया करता था लेकिन अब बच्चा धीरे धीरे Arrogant होता हे|
3) Anger :- देखा गया हे की बच्चे जैसे जैसे बड़ा होता जा रहा हे वैसे उसका Anger भी बठता हे |
4) Aloneness (Loneliness):- धीरे धीरे बच्चा बड़ा होता हे वो अब धीरे धीरे वो अपने आपको मम्मी पापा से दूर करता जाता हे| छोटा बच्चा जैसे पठने के लिए पहले मम्मी के साथ Study करता था | और मम्मी की बात पठने ने के लिए सुना करता था| जैसे-जैसे बच्चा बड़ा होता हे वो अपने आप को Alone करता हे|
बच्चा Social Function में आना नहीं चाहता और मम्मी और पापा के साथ Study करने नहीं बेठता , बच्चा अपने आपको रूम में बंध रखता हे|
बच्चे धीरे धीरे बड़े होते हे, वैसे वैसे ये 4 Problem भी बठते जाते हे|So ये 4 Problem के Solution लेकर आज का ये Blog हे| जहा पर दोस्तों “5 – A” आप लोगो के साथ Share करना चाहता हु|
[embedyt] https://www.youtube.com/watch?v=r37isQ2qFvU&width=640&height=360¢ervid=1[/embedyt]
“5-A” Parenting Tips For Teenage Children
1) Accept –
As A Parents हमें ये Accept करना हे की बच्चो अपनी मम्मी पापा को लेकर थोड़ा सा Upset और Argument कर सकता हे| बच्चे, जो हमारे Opinion हे या जो हमारे Solution हे वो Accept ना करे तो उसमे कोई गलत बात नहीं हे| दुनिया के जितने भी Parents हे उनके बच्चो के द्वारा उन्होंने सुना ही होगा की आप अच्छे मम्मी और अच्छे पापा नहीं हो और आप मुझे अच्छा प्यार नहीं करते हो और बच्चा आप पर गुस्सा करता हे ये स्वाभाविक हे|
परम पूज्य महात्मा गाँधी के बच्चोने भी सायद उनको इतना Accept नहीं किया था| उनको भी लगा था की मेरे पापा के अंदर बहोत सारे Improvement की जरुरत हे| बड़े से बड़ा व्यक्ति हो उनको अपने बच्चे के पास से सुनना पड़ता ही हे| So First Think That is Accept करे की बच्चे जब बड़े होते हे तो उनका खुद का Opinion होगा, उनके खुद की सोच होगी और वो हमारे सामने Argument या Anger करेंगे| वो बात को सब से पहले हम Accept करना शुरू करे|
मम्मी पापा को लगता हे की Problem मुजमे हे, में अच्छा मम्मी और पापा नहीं बन पाया| में ये कहना चाहता हु की दुनिया के हर बच्चे को अपने मम्मी पापा को लेकर कही ना कही और कभी ना कभी ऐसा Behavior देखा गया हे| So No 1 Accept करे की बच्चे Teenage में ऐसा Behave करते ही हे So आप सबसे पहले Tension Free हो चाहिए|
2) Appreciate The Work :-
जैसे बच्चे बड़े होते जाते हे वैसे देखा गया हे की मम्मी पापा की और से बच्चो को जो Appreciation मिलना चाहिए वो धीरे धीरे कम होता हे| ज्यादा केस में देखा गया हे की बच्चा जब छोटा होता हे तब उसकी छोटे सी छोटी बात पर Appreciate करते हे|बच्चा जब पहेली बार चलता हे, मम्मी या पापा बोलता हे तब उसको Appreciation मिलता हे| धीरे धीरे बच्चा बड़ा होता हे और उसके बाद बच्चो को धीरे धीरे Appreciation मिलना कम होता हे| बच्चो को Appreciation कम मिलने के कारण उसके अंदर वो Irritating , Anger, Argument और Arrogance आता हे| इसलिए बच्चा अपने आप को Alone करता हे|
हमें वो चीज़ याद रखे की बच्चे जैसे जैसे बड़ा होता हे, Problems को साइड में करते हुए वो कोई भी चीज़ अछि करता हे तो वो चीज़ को है Appreciate करे| एक चीज़ ध्यान में रखिये की बच्चे को नहीं, बच्चे को उस काम को Appreciate करना हे|
As A Example :- मेरा बच्चा 90 % लेकर आता हे तो बेटे को Appreciate नहीं करना हे की तू बहोत ही Brilliant, Genius हे| उसके जगह पर मुझे बच्चे के Efforts को Appreciate करना हे|बेटा तूने इस बार जो Paper Writing पे Focus किया और 1 Month पहले से Reading शुरू की थी वो सही में काबिल के तारीफ थी| जब भी हम बच्चो को Appreciate करते हे तो बच्चो के अंदर Arrogance आ जाता हे| But उसकी जगह पर बच्चो के द्वारा किये गए Efforts को Appreciate करेंगे तो Defiantly Children Would Agree Efforts is Powerful और उनका behavior हमारे प्रति Good And Positive होगा|
3) Adventure :-
बच्चे बड़े होते हे, वैसे बच्चो को Adventure और Excitement की Requirement होती हे| इसीलिए आपने देखा होगा की Teenage के बच्चो के हाथ में व्हीकल आते ही बच्चे Full Speed से चलाने लगते हे| बच्चे Racing करना चाहते हे| ऐसी चीज़े जंहा उनको Adventure Feel हो वैसी चीज़ो के अंदर ध्यान ज्यादा जाता हे| इसीलिए बच्चो को Action Movie And Action Games ज्यादा Prefer करते हे, आज के बाद हमें Routine के अंदर क्या Add करना हे| That is हम बच्चो के साथ थोड़ा Adventure करे|
As A Example हम बच्चो को Mall में लेके जाने से अच्छा हे की हम बच्चो को Amusement Park के अंदर लेके जाये| हम बच्चो के साथ Badminton खेले, Race लगाए और Boxing कर सकते हे| वैसी चीज़े जहा बच्चे Adventure Feel करते हो वो यदि हम उसके साथ नहीं करेंगे तो वो चीज़े बच्चे अपने दोस्तों के साथ करेंगे ,और वो Wrong Direction में भी जा सकते हे |
4) Advice From Others :-
बच्चे जब बड़े हो जाते हे उनके लिए मम्मी पापा घर की मुर्ग़ी दाल बराबर लगने लगते हे| मम्मी पापा की Value Comparatively धीरे धीरे कम हो जाती हे| क्यूंकि बच्चे ने बचपन से हमको उठते , बैठते , Anger, Argument And तू तू में में करते हुए देखा हे| बच्चे को हमारी Advice की Value नहीं हे, फिर हमें क्या करना चाहिए Advice From Others| जब बच्चा बड़ा होता हे, Teenage में पहोचता हे और आपकी बात सुनना कम कर देता हे तब ऐसे कोई Coach को ढूंडे और ऐसी कोई व्यक्ति को ढूंडे , ऐसे कोई Uncle या Aunt , जिसका Influence और प्रभाव आपके बच्चे पर हो| उनके द्वारा यदि आप Advice दिलवायेंगे तो Defiantly बच्चा उनकी बात जरूर मानेगा|
जो बच्चे Teenage में होते हे उनके लिए मेरा Enjoy Your Exam का Workshop हे| 2 Days के अंदर Teenage बच्चो को में, मम्मी पापा के साथ केसा Behave करना चाहिए, Study And Exam को कैसे Face करना चाहिए, concentration कैसे Improve करना चाहिए, ऐसी काफी सारी Techniques सिखाता हु| मम्मी पापा बच्चो को 5 Year से पठाई के लिए बोलते हो पर बच्चा पठाई नहीं करता पर यहां 2 Days आता हे और 2 Days के बाद बच्चे के अंदर काफी सारा Change आता हे| मम्मी पापा काफी Surprise होते हे की यार हम तो 5 Year से बोल रहे थे तो Change नहीं आया और Sir आप के Workshop Attend करने के 2 Days में मेरा बच्चा काफी बदल गया हे|क्यों Friends ये Change होता हे That Reason is Advice From Other. More About Enjoy Your Exam Click Here.
जैसे जैसे बच्चा बड़ा होता हे वैसे ही घर के लोगो की Value कम होती हे तो समय पे हमारे Neighborhood, Friends या Relatives में ऐसा कोई व्यक्ति की जिसकी बच्चा Value करता हो, जिनसे बच्चा Influence हो, वो व्यक्ति से Advice हम खुद दिलवाये या कोई भी Professional Course जैसे की मेरा Enjoy Your Exam Workshop हे, या आपके सिटी में भी ऐसा कोई न कोई वर्कशॉप Teenage बच्चो को लेकर होते हे| वहां पर बच्चोको Enroll करे, उससे आपको Defiantly Change दिखेगा|
5) Ask :-
आज से पहले ज्यादातर हम बच्चो को Suggestion or Advice देते थे| But Friends जब बच्चा Teenage में आता हे, उसके बाद उसके अंदर खुद का Ego Develop होता हे| अब हम उसको Advice देते हे तो बच्चा हमारी बाते Accept नहीं करता| बच्चा Argument पे आ जाता हे और बच्चा हमारे पर Anger करना Start कर देता हे|
आज के बाद हम क्या करंगे, तू TV बंध कर, तू पठाई पे ध्यान दे, तू कुछ करता नहीं ऐसी Advice देने से ज्यादा, Ask Him आप उसको पूछे की बेटा, आपको कोनसे टाइम पे पढ़ना चाहिए, आपको कितने समय में टीवी बंध कर देना चाहिए| So उसको Advice देने से ज्यादा हम उसको Ask करे|
छोटी छोटी बातो को आप पूछ सकते हो| जितना ज्यादा आप बच्चो को पूछेंगे, जितने Option हम उनसे पास से निकालेंगे तो हमें उतना ही अच्छा Result मिलेगा .
Teenage Children के लिए Tips देना चाहूंगा Friends :- बच्चो को डायरेक्ट Advice देने से ज्यादा बच्चो को 2 या 3 Option दे . Example :- तू कब पढ़ेगा, पढाई करने के लिए बैठ, तू आज पढ़ने के लिए बैठा ही नहीं, वो Direct Advice देने की जगह आप उसको पूछे की बेटा आज 4 O’clock पढ़ने के लिए बैठोगे या 6 O’clock ? जब आप उसको पूछते हो और उसको दोनों में से 1 Option Choose करना हे, तो Defiantly Option उसने Choose किया हुआ हे तो वो उसको Follow करने की Probability बढ़ जाती हे|
If you like this Article, Share this Parenting Tips with your friends…
Read New Article,Helpful article for parents – best parenting tips :- Click Here
Watch More parenting Videos:
[embedyt] https://www.youtube.com/watch?v=r37isQ2qFvU&width=640&height=360&listType=playlist&list=PL0P2eZt7KgAA26hbgyGiYDkZq7VTeHN1R&plindex=0&layout=gallery&gallery_columns=3[/embedyt]
Easy to understand sir. Nice article.
Thank you Sandeep Kumar Singh
सर आपने बहुत अच्छे से समझाया है।